दूरदर्शन पर अपना कविता पाठ करके लौट रहा था। राजधानी से प्रकाशित होने वाला राष्ट्रीय दैनिक मेरे हाथों... दूरदर्शन पर अपना कविता पाठ करके लौट रहा था। राजधानी से प्रकाशित होने वाला राष्ट्...
रिया उनके पैरों से लिपट गई और वह पिघल उठीं। रिया उनके पैरों से लिपट गई और वह पिघल उठीं।
सह नहीं पाती माँ के व्यक्तित्व की प्रशंसा। सह नहीं पाती माँ के व्यक्तित्व की प्रशंसा।
अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा
लेकिन बचपन से मुझे पुस्तकें पढ़ने का शौक था, पुस्तकों से ही मेरी मित्रता थी लेकिन बचपन से मुझे पुस्तकें पढ़ने का शौक था, पुस्तकों से ही मेरी मित्रता थी
मेरा लव अफेयर स्कूल छोड़ते ही ख़त्म हो गया और बात शादी तक पहुँच ही नहीं पाया। मेरा लव अफेयर स्कूल छोड़ते ही ख़त्म हो गया और बात शादी तक पहुँच ही नहीं पाया।